वर्ल्ड विजन रिपोर्ट के अनुसार अन्य शहरी क्षेत्रों को बढ़ते वैश्विक तापमान से सीधा खतरा तो नहीं है परंतु उपरोक्त प्रभावित शहरों से आने वाले पर्यावरणीय शरणार्थी इन शहरों के सम्मुख जबरदस्त चुनौती पैदा कर सकते हैं ।
2.
अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द अडवांसमेंट ऑफ साइंस (एएएएस) की सालाना बैठक में कैलिफॉर्निया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर क्रिस्टीना तिरादो ने कहा, ” यूएन के अनुमान के मुताबिक 2020 तक दुनिया में पांच करोड़ से ज्यादा पर्यावरणीय शरणार्थी होंगे.